
महाकुंभ 2025 को अनदेखा करने वाली ग्लोबल मीडिया ने हादसे के बाद हिंदू धर्म और भारत को निशाना बनाया – शर्मनाक!
यह वाकई शर्म की बात है कि ग्लोबल मीडिया, जिसने कभी महाकुंभ 2025 पर एक भी खबर नहीं चलाई, वह अचानक एक हादसे के बाद इसे कवर करने लगी—वो भी हिंदू धर्म और भारत को बदनाम करने के लिए।
जब लाखों श्रद्धालु आस्था और अनुशासन के साथ महाकुंभ में शामिल हो रहे थे, तब इन मीडिया हाउस ने कभी यह नहीं दिखाया:
✅ कैसे इतने बड़े आयोजन को शांतिपूर्वक और भव्य रूप से संचालित किया जा रहा था?
✅ कैसे बेहतर प्रबंधन, स्वच्छता और सुरक्षा के इंतज़ाम किए गए?
✅ इस आयोजन की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महानता क्या है?
लेकिन जैसे ही एक हादसा हुआ, ये सब अचानक जाग गए—तथ्य दिखाने के लिए नहीं, बल्कि हिंदू धर्म और भारत की छवि खराब करने के लिए!
🔹 जब करोड़ों लोग शांतिपूर्वक इस आयोजन में शामिल हो रहे थे, तब ये चुप क्यों थे?
🔹 हिंदू धर्म और भारत को निशाना बनाने की उनकी यह दोहरी नीति कब तक चलेगी?
🔹 क्या भारत की संस्कृति और आस्था को सिर्फ तब दिखाया जाएगा, जब उसे बदनाम करना हो?
महाकुंभ सिर्फ एक आयोजन नहीं, यह भारत की महान विरासत और एकता का प्रतीक है। यह सदियों से चला आ रहा है और आगे भी चलता रहेगा, चाहे कोई इसे पसंद करे या नहीं।
जो मीडिया आस्था को अनदेखा कर सिर्फ कमियों को दिखाने में रुचि रखती है, उसकी सच्चाई अब सबको पता है।
“क्या हादसे सिर्फ भारत में ही होते हैं? हज और ईसाई आयोजनों में भगदड़ क्यों नहीं दिखाते?”
जब महाकुंभ जैसे विशाल धार्मिक आयोजन में कोई दुर्घटना होती है, तो ग्लोबल मीडिया और कुछ खास लोग हिंदू धर्म और भारत पर सवाल उठाने लगते हैं। लेकिन क्या दुनिया के बाकी बड़े धार्मिक आयोजनों में हादसे नहीं होते?
👉 हज के दौरान भगदड़ – कई बार सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान हजारों लोगों की मौत हुई है। 2015 में मिना में भगदड़ में 2,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
👉 ईसाई आयोजनों में दुर्घटनाएं – फिलीपींस और ब्राजील जैसे देशों में बड़े धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान भगदड़ और हादसे हुए हैं।
👉 अन्य देशों में हादसे – चीन, दक्षिण कोरिया और अफ्रीकी देशों में भी भीड़ नियंत्रण में चूक के कारण कई बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं।
तो फिर सवाल उठता है – महाकुंभ या अन्य हिंदू आयोजनों पर ही इतना शोर क्यों मचता है?
🔹 क्या मीडिया को हज और अन्य धार्मिक आयोजनों की घटनाएं याद नहीं रहतीं?
🔹 क्या सिर्फ हिंदू धर्म और भारत को बदनाम करने के लिए ये नकारात्मक खबरें चलाई जाती हैं?
हर बड़े आयोजन में हादसे हो सकते हैं, लेकिन हिंदू धर्म को निशाना बनाना और भारत की छवि खराब करना एक सोची-समझी चाल लगती है।