
कोरोना: शारीरिक के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक मोर्चे पर भी जीतना जरूरी!
श्रावण का मास चल रहा है। यह मास हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार भगवान महादेव का मास माना जाता है। चूंकि मेरा जीवन में भगवान शिव की असीम कृपा रही है और मैं उन्हें अपने काफी निकट भी मानता हूँ, इसीलिए यह महीना मेरे लिए विशेष होता है। लेकिन इस साल इसी पावन माह में मुझे एक बड़ा झटका लगा।
Courtesy:- navbharattimes.indiatimes.com
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